Sep 02, 2025
रुपये की रिकॉर्ड गिरावट, औपचारिक रोजगार में कमी: फिर भी आर्थिक मजबूती की उम्मीद...
भारत की अर्थव्यवस्था इस समय दोहरी मार झेल रही है, जहां एक ओर भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है, वहीं दूसरी ओर औपचारिक रोजगार सृजन में लगातार कमी देखी जा रही है। यह स्थिति व्यापारिक तनावों और विदेशी पूंजी के बहिर्वाह से और जटिल हो गई है। फिर भी, भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि और नियंत्रित मुद्रास्फीति दरें भविष्य में सुधार की संभावनाओं को बल दे रही हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) और सरकार की नीतिगत पहल इस संकट को संबोधित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।...